Current Gk 18 दिसम्बर

लोकसभा ने मध्‍यस्‍थता और सुलह संशोधन विधेयक, 2015 को पारित किया:

लोकसभा ने ध्‍वनि मत से मध्‍यस्‍थता और सुलह (संशोधन विधेयक) 2015 को पारित कर दिया। विधेयक में मामलों के शीघ्रता से निपटारे के लिए मध्‍यस्‍थता प्रक्रिया को और अधिक सुलभ, लागत प्रभावी और उपयुक्‍त बनाने के प्रावधान हैं। यह भारत को एक अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्‍यिक मध्‍यस्‍थता केन्‍द्र बनाने की सुविधा भी प्रदान करेगा।
यह उल्‍लेख किया जा सकता है कि राष्‍ट्रपति ने पूर्व प्रचारित अधिनियम, मध्‍यस्‍थता और सुलह अधिनियम 1996 से संबंधित और इससे जुड़े मामलों के लिए अधिनियम में संशोधन के लिए एक अध्‍यादेश जारी किया था।
केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने 21 अक्‍टूबर 2015 को इस अध्‍यादेश को अपनी स्‍वीकृति दे दी थी और इसकी सिफारिश राष्‍ट्रपति के समक्ष भेज दी थी।
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी को ‘सार्वलौकिक नवाचार में उत्‍कृष्‍ट वैश्‍विक मागदर्शन’ के लिए गारवुड पुरस्‍कार प्रदान किया गया:

राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने राष्‍ट्रपति भवन में यूसी बर्कले-हास स्‍कूल ऑफ बिजनेस की ओर से ‘सार्वजनिक नवाचार में उत्‍कृष्‍ट वैश्‍विक मार्गदर्शन’ के लिए गारवुड पुरस्‍कार प्राप्‍त किया। गारवुड सेंटर फॉर कॉरपोरेट इनोवेशन के कार्यकारी निदेशक प्रो.सोलोमन डारविन ने राष्‍ट्रपति को यह पुरस्‍कार प्रदान किया।
विश्‍व के सर्वाधिक प्रतिष्‍ठित शिक्षण संस्‍थानों में से एक कैलिफोर्निया विश्‍वविद्यालय, बर्कले ने एक महत्‍वपूर्ण और प्रभावशाली तरीके से सार्वलौकिक नवाचार को प्रोत्‍साहन और सहायता देने वाले व्‍यक्‍ति के उत्‍कृष्‍ट कार्यो के लिए गारवुड पुरस्‍कार की स्‍थापना की है।
यह पुरस्‍कार राष्‍ट्रपति को नवाचार के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण रूप से राष्‍ट्रपति भवन में समावेशी नवाचारों पर प्रथम अंतर्राष्‍ट्रीय गोलमेज सम्‍मेलन में वैश्‍विक नवीन अविष्‍कारकों के संयोजन और मेजबानी के लिए पहल करने, राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय रूप से जमीनी स्‍तर पर अभिनवों के संवर्द्धन के लिए तकनीकी, वित्‍तीय और शैक्षिक क्षेत्रों के वैश्‍विक प्रमुखों को एक साथ जोड़ने के लिए.
राष्‍ट्रपति भवन में प्रथम नवाचार उत्‍सव का संयोजन करने, प्रारंभिक स्‍तर से अभिनव की भावना को प्रोत्‍साहन देने के लिए प्रथम ‘इन-रेजीडेंस’ कार्यक्रम का शुभारंभ करने, उच्‍चतर शिक्षण संस्‍थानों और जमीनी स्‍तर पर नवाचार के लिए कार्य कर रहे अविष्‍कारकों के बीच समन्‍वय के लिए एक नवाचार समूह की स्‍थापना के लिए उच्‍चतर शिक्षा संस्‍थान के प्रमुखों से अपील करना.
राष्‍ट्रीय कार्यक्रमों के माध्‍यम में वित्‍तीय समावेशन के लिए अभिनव समाधान की दिशा में सार्थक प्रयास और अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर आर्थिक सफलता को प्रोत्‍साहन एवं नवाचार, अनुसंधान एवं विकास एवं वैज्ञानिक अनुसंधानों के अंतरमहाद्वीपीय माध्‍यम को बढ़ावा देने के लिए शिक्षाविदों, उदयमियों और अनुसंधानकर्त्‍ताओं के लिए एक मंच प्रदान करने जैसे उत्‍कृष्‍ट कार्य करने के लिए प्रदान किया गया है।
FIPB ने 136 करोड़ रुपये के तीन FDI प्रस्तावों को मंजूरी दी:

विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के 136 करोड़ रपये के तीन प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। एफआईपीबी की बैठक में 135.84 करोड़ रुपये के तीन एफडीआई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में यह जानकारी दी। सिंगापुर की जीएमएस फार्मा के स्ट्राइड्स आर्कोलैब से स्टेलिस बायोफार्मा की 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। यह प्रस्ताव 135.71 करोड़ रुपये का है।
इसके अलावा स्केलीन पीपल साल्यूशंस एलएलपी के 13 लाख रपये के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। एफआईपीबी ने फाइनेंशियल टाइम्स और फायरफ्लाई नेटवर्क्‍स लि. सहित नौ प्रस्तावों को टाल दिया। इसके अलावा एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस के विदेशी भागीदार की हिस्सेदारी 26 से बढ़ाकर 35 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को भी टाल दिया गया।
बिजनेस के लिहाज से 144 देशों की सूची में भारत 97वें स्थान पर: फोर्ब्स

कारोबार  के लिहाज से फोर्ब्स की 144 देशों की सूची में भारत 97वें स्थान पर है। वर्ष 2015 की इस सूची में भारत को कजाकिस्तान और घाना से भी नीचे रखा पीछे है। व्यापार और मौद्रिक आजादी तथा भ्रष्टाचार एवं हिंसा जैसी चुनौतियों से निपटने जैसे मानकों के मामले में भारत का प्रदर्शन खराब रहा है।
फोर्ब्स की इस सूची में डेनमार्क पहले पायदान पर है। अमेरिका चार स्थान लुढ़ककर इस बार 22वें स्थान पर है। 2009 में दूसरे स्थान पर रहने के बाद यह लगातार छठा साल है जब उसका स्थान नीचे आ रहा है।
अमेरिका दुनिया की वित्तीय राजधानी है और 17,400 अरब डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन मौद्रिक आजादी और नौकरशाही के मामले में उसका प्रदर्शन खराब रहा है।
फोर्ब्स के अनुसार सूची में भारत 97वें स्थान पर है। हालांकि देश खुली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है लेकिन पुरानी आत्मनिर्भर नीतियों का अंश अभी बरकरार है।
भारत के प्रति निवेशकों की धारणा 2014 की शुरुआत से सुधरी है। इसका कारण चालू खाते के घाटे में कमी तथा चुनाव बाद आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ने की उम्मीद है। इससे पूंजी प्रवाह बढ़ा तथा रुपया स्थिर हुआ। कुछ मामलों में देश का प्रदशर्न अच्छा है। निवेशकों की सुरक्षा के मामले में आठवें, नवप्रवर्तन के मामले में 41वें, व्यक्तिगत आजादी के मामले में 57वें तथा संपत्ति अधिकार के संदर्भ में 61वें स्थान पर है।
वहीं दूसरी तरफ व्यापार आजादी के मामले में 125वें तथा मौद्रिक आजादी के मामले में 139वें स्थान पर हैं। प्रौद्योगिकी के मामले में 120वें, भ्रष्टाचार के मामले में 77वें तथा लाल फीताशाही के मामले में 123वें स्थान पर है।
सूची में ब्रिटेन तथा जापान क्रमश: 10वें तथा 23वें स्थान पर हैं। वहीं जर्मनी तथा चीन क्रमश: 18वें तथा 94वें स्थान पर हैं। दक्षिण अफ्रीका 47वें, मैक्सिको 53वें, कजाखस्तान 57वें, घाना 79वें, रूस 81वें, श्रीलंका 91वें, पाकिस्तान 103वें तथा बांग्लादेश 121वें स्थान पर हैं।
मुख्यमंत्री ने लगभग 585 करोड़ की 148 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया:

उप्र के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 17 दिसम्बर 2015 को गोरखपुर जनपद के बहुमुखी विकास हेतु लगभग 585 करोड़ रुपए की 148 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया. देश के सबसे लम्बे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का पूर्वांचल में बलिया तक विस्तार किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने 379.70 करोड़ रुपए की 79 परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 205.14 करोड़ रुपए की 69 परियोजनाओं का लोकार्पण किया.
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न योजनाओं के तहत 10 हजार 151 लाभार्थियों को चेक व प्रमाण पत्र भी वितरित किए.
गोरखपुर शहर की सड़कों के चौड़ीकरण तथा बिजली के तारों को भूमिगत किया जाएगा. गोरखपुर में एम्स की स्थापना के लिए 2.5 एकड़ जमीन खुटहन के पास दी जाएगी.इस सम्बन्ध में केन्द्र से अनुरोध किया गया है.
शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्त किया जाएगा. शहर वासियों को पीने के लिए आरओ का पानी उपलब्ध कराराया जाएगा.
मनोज प्रभाकर अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच नियुक्त:

भारत के पूर्व क्रिकेटर मनोज प्रभाकर को अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने अपनी राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का गेंदबाज़ी कोच नियुक्त किया.
पूर्व भारतीय ऑल-राउंडर मनोज वर्ष 2016 में भारत में आयोजित होने वाले टी-20 विश्व कप तक अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के गेंदबाज़ी कोच रहेंगे.
इसके साथ ही मनोज प्रभाकर ऑफगानिस्तान के प्रमुख कोच और पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंज़माम उल हक के साथ सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा होंगे. इंज़माम अफगानिस्तान टीम के प्रमुख कोच हैं.
मनोज प्रभाकर:
प्रभाकर ने भारत के लिए 39 टेस्ट मैचों में 1300 रन (1 शतक और 9 अर्धशतक) और 96 विकेट हासिल किए.
प्रभाकर ने 130 एकदिवसीय मैचों में 1858 रन (2 शतक और 11 अर्धशतक) और 157 विकेट भी हासिल किए.
प्रभाकर ने वर्ष 1984 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और उसी वर्ष शारजहां में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था. वह दिल्ली रणजी टीम के कोच भी रह‌ चुके हैं.
यूएसएफ ने राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम स्नातकोत्तर फैलोशिप आरम्भ की:

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा ने पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम के सम्मान में 17 दिसम्बर 2015 को उनके नाम पर फेलोशिप का ऐलान किया. कलाम युवाओं की आवाज थे.
पूर्व राष्ट्रपति क्लीन एनर्जी के गहरे सपोर्टर थे. 2012 में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा (यूएसएफ) का दौरा किया. ऐकैडमिक ईयर 2016-17 से प्रत्येक वर्ष कलाम के नाम पर सम्मान दिया जाएगा.
भारत ने रूस से रक्षा प्रणाली खरीद समझौते को मंजूरी दी:

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की अध्यक्षता में 18 दिसंम्बर 2015 को रक्षा खरीद परिषद ने एयर-स्पेस की सुरक्षा करने वाली एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने की मंजूरी दे दी. 23 दिसंबर को मोदी तीन दिवसीय रुस यात्रा पर रवाना होंगे.
पीएम की यात्रा के दौरान इस रक्षा सौदे पर हस्ताक्षार किए जा सकते है. इस डील की कीमत लगभग 30-32 हजार करोड़ रुपये है. भारत वायुसेना के लिए एस-400 मिसाइल की 05 (पांच) फायरिंग यूनिट रशिया से खरीदेगा. हाल ही रशिया ने इस मिसाइल सिस्टम को सीरिया में तैनात किया था.
मिसाइल के बारे में:
एंटी-बैलिस्टक एस-400, लंबी दूरी की मिसाइल 400 किलोमीटर की रेंज में किसी भी टारगेट को आसानी से लक्ष्य कर सकती है. रूस की एस-400 प्रणाली में अलग-अलग क्षमता की तीन तरह की मिसाइलें मौजूद है.
एस-400 सुपसोनिक एयर डिफेंस सिस्टम में सुपरसोनिक एवं हाइपर सोनिक मिसाइलें होती हैं. यह आवाज की गति से भी तेज रफ्तार से हमला कर सकती है.
एस-400 के लांचर से दुश्मन के विमान या मिसाइल पर तीन सेंकड में दो मिसाइलें छोड़ी जा सकती हैं. इससे छूटी मिसाइलें 5 किलोमीटर प्रति सेंकड की रफ्तार से छूटती हैं और 35 किलोमीटर की ऊंचाई तक वार कर सकती हैं.
यह रडार की पकड में न आने वाली अमेरिकन एफ-35 फाइटर जेट को भी टारगेट कर सकती है.
इसकी तैनाती के बाद भारत की उत्तरी, उत्तर पूर्वी और उच्चर पश्चिमी सीमा को जबरदस्त सुरक्षा मिलेगी. संभवतया भारत इस तरह की 6000 मिसाइलें रूस से खरीदेगा.
इस उपयोगी मिसाइल सिस्टम को चीन ने भी इस रशिया से खरीदा है. 30 हजार करोड़ की एस-400 मिसाइल सिस्टम ग्लोबल टेंडर के तहत रशिया से खरीदी जायेगी.
संरा सुरक्षा परिषद ने आईएसआईएस, अलकायदा का वित्तपोषण रोकने के लिए प्रस्ताव पारित किया:

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आईएसआईएस और अलकायदा के वित्तपोषण के सभी स्रोतों को नष्ट करने के लिए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया और सदस्य राष्ट्रों के वित्त मंत्रियों ने आतंकवादी समूहों के खिलाफ प्रतिबंध कठोर करने का संकल्प जताया है।
वित्त मंत्रियों की अब तक की पहली बैठक में पारित प्रस्ताव में 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई को विस्तृत करने, परमार्थ कारणों के दुरूपयोग को रोकने के लिए वित्तीय प्रणाली में कमियों को दूर करने और आईएसआईएस तथा अलकायदा प्रतिबंध सूची को अद्यतन किए जाने की अपील की।
अमेरिका के वित्त मंत्री जैक ल्यू ने इस सत्र की अध्यक्षता की। परिषद ने इस बात पर जोर दिया कि पहले से मौजूद प्रस्तावों के तहत देशों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि उनके क्षेत्र में कोई व्यक्ति आतंकवादियों को वित्तीय संपत्तियां हस्तांतरित न करें।
यही आदेश ‘‘ आईएसआईएस और अलकायदा प्रतिबंध सूची में शामिल व्यक्तियों, समूहों, उपक्रमों या सस्थाओं को फिरौती के भुगतान पर भी लागू होगा, फिर भले ही यह फिरौती किसी भी तरह या किसी ने भी दी हो।“ प्रस्ताव में संदिग्ध लेन देन की पहचान के लिए निजी क्षेत्र के साथ निकट गठजोड़ और सूचना साझा करने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढाए जाने की अपील की गई है

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