जीवन में लक्ष्य (Goal) का होना क्यों जरूरी है (Importance of Goal in Our Life)
आप हम बात करेगे की हमारे जीवन में किसी भी टारगेट का होना क्यों आवश्यक है तथा क्या टारगेट बिना लाइफ में आगे बडा जा सकता है तो इसके क्या नुकशान है और क्या फायदे है Question यह है की जीवन में लक्ष्य का होना कितना आवश्यक है तो आये आज एस बात पर विचार विमर्श करते है हमरे जीवन में एक लक्ष्य का होना बहुत ही आवश्यक हैजैसे की आप हम एक उदाहरन के साथ इसको समझते है की क्या जरुरी है हमारे जीवन में लक्ष्य की जैसे की आप सुबह जब से कही जाने के लिए निकले हो तो आप को पता है की आप को आखिर जाना है यदि आप को यही पता नही होता है की आप को आखिर जाना कहा है तो आप का सारा दिन हु ही व्यर्थ निकल जाएगा इस प्रकार लाइफ में भी कुछ खास लक्ष्य की आवश्यकता होती है यदि आप बिना किसी एक टारगेट के लाइफ में आजे जाने की कोशिश करते हो तो यह बिलकुल ही मुर्खता होगी हम में से कुछ इसे भी जो बिना कुछ सोच समझे अपना पूरा दिन निकल देते है कुछ भी नही है यदि कभी आप पीछे मुद के देखोगे तो आप को लगेगा की आप ने अपने जीवन में कुछ भी अचीव न्हिया किया आप ने सारा जीवन इसे ही बर्बाद कर दिया आप चाहे किसी भी फील्ड में क्यों ना हो आप का एक निश्चित लक्ष्य होना चाहिएयह पर कुछ खास पॉइंट्स पर बात करते है
1. सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए:
जब आप सुबह घर से निकलते हैं तो आपको पता होता है कि आपको कहाँ जाना है और आप वहां पहुँचते हैं , सोचिये अगर आपको यह नहीं पता हो कि आप को कहाँ जाना है तो भला आप क्या करेंगे? इधर उधर भटकने में ही समय व्यर्थ हो जायेगा. इसी तरह इस जीवन में भी यदि आपने अपने लिए लक्ष्य नहीं बनाये हैं तो आपकी ज़िन्दगी तो चलती रहेगी पर जब आप बाद में पीछे मुड़ कर देखेंगे तो शायद आपको पछतावा हो कि आपने कुछ खास achieve नहीं किया!! लक्ष्य व्यक्ति को एक सही दिशा देता है. उसे बताता है कि कौन सा काम उसके लिए जरूरी है और कौन सा नहीं. यदि goals clear हों तो हम उसके मुताबिक अपने आप को तैयार करते हैं. हमारा subconscious mind हमें उसी के अनुसार act करने के लिए प्रेरित करता है. दिमाग में लक्ष्य साफ़ हो तो उसे पाने के रास्ते भी साफ़ नज़र आने लगते हैं और इंसान उसी दिशा में अपने कदम बढा देता है.2. अपनी उर्जा का सही उपयोग करने के लिए:भागवान ने इन्सान को सीमित उर्जा और सिमित समय दिया है. इसलिए ज़रूरी हो जाता है कि हम इसका उपयोग सही तरीके से करें. लक्ष्य हमें ठीक यही करने को प्रेरित करता है. अगर आप अपने end-goal को ध्यान में रख कर कोई काम करते हैं तो उसमे आपका concentration और energy का level कहीं अच्छा होता है. For Example: जब आप किसी library में बिना किसी खास किताब को पढने के मकसद से जाते हैं तो आप यूँ ही कुछ किताबों को उठाते हैं और उनके पन्ने पलटते हैं और कुछ एक पन्ने पढ़ डालते हैं, पर वहीँ अगर आप कसी Project Report को पूरा करने के मकसद से जाते हैं तो आप उसके मतलब कि ही किताबें चुनते हैं और अपना काम पूरा करते हैं. दोनों ही cases में आप समय उतना ही देते हैं पर आपकी efficiency में जमीन-आसमान का फर्क होता है. इसी तरह life में भी अगर हमारे सामने कोई निश्चित लक्ष्य नहीं है तो हम यूँ ही अपना energy waste करते रहेंगे और नतीजा कुछ खास नहीं निकलेगा. लेकिन इसके विपरीत जब हम लक्ष्य को ध्यान में रखेंगे तो हमारी energy सही जगह उपयोग होगी और हमें सही results देखने को मिलेंगे
.3. सफल होने के लिए:जिससे पूछिए वही कहता है कि मैं एक सफल व्यक्ति बनना चाहता.पर अगर ये पूछिए कि क्या हो जाने पर वह खुद को सफल व्यक्ति मानेगा तो इसका उत्तर कम ही लोग पूर विश्वास से दे पाएंगे. सबके लिए सफलता के मायने अलग-अलग होते हैं. और यह मायने लक्ष्य द्वारा ही निर्धारित होते हैं. तो यदि आपका कोई लक्ष्य नहीं है तो आप एक बार को औरों कि नज़र में सफल हो सकते हैं पर खुद कि नज़र में आप कैसे decide करेंगे कि आप सफल हैं या नहीं? इसके लिए आपको अपने द्वारा ही तय किये हुए लक्ष्य को देखना होगा.